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 औसत भारतीय लिंग का आकार पता चला ! 

The size of the average Indian penis revealed


ज्यादातर पुरुष अपने लिंग के आकार के बारे में अध्ययन के अनुसार चिंता करते हैं। यदि आप सोच रहे हैं कि आप एक महिला को संतुष्ट करने के लिए लिंग का आकार काफी बड़ा है, तो यहां एक विशेषज्ञ का कहना है।






क्या लिंग का आकार वास्तव में मायने रखता है? अगर आप सोच रहे हैं कि एक महिला को संतुष्ट करने के लिए लिंग का आकार काफी बड़ा है, तो आप अकेले नहीं हैं। कई पुरुषों को अध्ययन के अनुसार, अपने लिंग के आकार के बारे में चिंता है। Also Read - अपने गुप्तांगों को इन 5 बुरी आदतों से बचाएं


क्या महिलाओं को वास्तव में लिंग के आकार में दिलचस्पी है? पुरुष अपने लिंग के आकार के बारे में कितना ध्यान रखते हैं? यह उनके सहयोगियों के लिए कितना महत्वपूर्ण है? कितने पुरुष अपना आकार बढ़ाना चाहते थे? और भारतीय पुरुषों का लिंग का औसत आकार क्या है? और SSS सेंटर फॉर सेक्सुअल हेल्थ की संयुक्त पहल डॉ। विजयसारथी रामनाथन द्वारा डिज़ाइन किया गया एक अनाम सर्वेक्षण, इन सामान्य सवालों के जवाब सबसे अधिक पुरुषों ने पाया है। सर्वेक्षण में कुल 1670 लोगों ने भाग लिया, जिसने हमें भारतीय पुरुषों के आकार के बारे में सर्वसम्मति की एक हद तक पहुंचने में मदद की है: यहाँ मुख्य निष्कर्ष हैं: इसके अलावा - शीघ्रपतन: एक स्वस्थ लिंग के लिए घरेलू उपचार

1. लिंग का औसत आकार 5.54 इंच (14.07 सेमी) लंबाई और 3.11 इंच (7.9 सेमी) गर्थ है
2. 52% पुरुष इसे लंबा चाहते थे और 34% लोग इसे मोटा चाहते थे
3. 3 में से 1 पुरुष अपने आकार को लेकर 'बहुत चिंतित' थे
4. लगभग आधे पुरुषों ने जवाब दिया कि वे एक सेक्सोलॉजिस्ट की मदद लेंगे
5. 10 में से 1 पुरुषों ने लिंग वृद्धि की गोलियाँ या उत्पाद ऑनलाइन खरीदने का दावा किया है


उत्तरदाताओं की जनसांख्यिकी, 36% विवाहित थे, जबकि 21% रोमांटिक रिश्ते में थे और 41% किसी भी प्रकार के रोमांटिक रिश्ते में नहीं थे। उत्तरदाताओं में से 89% 4% समलैंगिक, 6% उभयलिंगी और 1% के साथ विषमलैंगिक थे, जो बिल्कुल भी सेक्स में रुचि नहीं रखते थे। (पढ़ें: पुरुषों के लिए पहली बार सेक्स टिप्स)


Also Read - वो चीजें जो सेक्स करने के बाद लिंग की एलर्जी का कारण बन सकती हैं

और औसत आकार 5.54 इंच (14.07 सेमी) लंबाई और 3.11 इंच (7.9 सेमी) गर्थ है

77% पुरुषों ने पहले अपने लिंग के आकार को मापने का दावा किया था और औसत लंबाई 5.54 इंच (या 14.07 सेमी) पाई गई थी। ज्यादातर लोगों के लिंग का आकार 5.1-6 इंच (38.84%) के बीच था, इसके बाद 3.1-5 इंच (32.49%) और 6.1-7 इंच (16.69%) था। लगभग 3.76% में 3 इंच से कम कलम थे, जिसका मतलब होगा कि वे माइक्रोप्रिनिस नामक स्थिति से पीड़ित हैं। औसत गर्थ पाया गया (केंद्र के चारों ओर परिधि) 7.9 सेमी (1 सेमी से 23 सेमी)।


52% इसे लंबा चाहते हैं, 34% इसे मोटा करना चाहते हैं

जब उनसे सवाल किया गया कि क्या उन्होंने अपने लिंग के आकार के बारे में परवाह की है 31% ने कहा कि वे अपने आकार के साथ ठीक थे, जबकि 52% की इच्छा थी कि उनका लिंग लंबा था और 34% की इच्छा थी कि यह अधिक मोटा हो। उनमें से 9% ने कहा कि वे अपने लिंग के आकार के साथ ठीक थे, लेकिन उनका साथी टीएन नहीं था। पुरुषों के एक बड़े अनुपात ने जवाब दिया कि उनके लिंग के आयाम - लंबाई (59%) और गर्थ (63%) उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। दूसरी ओर, पुरुषों ने बताया कि उनके लिंग की लंबाई और परिधि क्रमशः 43% और 45% मामलों में उनके यौन साझेदारों के लिए महत्वपूर्ण थी। यहाँ पाँच कम ज्ञात बातें हैं जो पुरुषों के लिए सेक्स को दिलचस्प बनाती हैं। 33% अपने आकार के बारे में बहुत चिंतित हैं



दो में से एक पुरुष अपने लिंग के आकार के बारे में चिंतित थे और उनमें से 1 / 3rd ने कहा कि चिंता का स्तर गंभीर, बहुत गंभीर या परेशान था। हालांकि, इन पुरुषों के एक बड़े अनुपात (42%) ने दावा किया कि वे मदद नहीं लेंगे, जबकि 38% इच्छुक थे और 7% ने अतीत में पेशेवर मदद मांगी थी। मदद मांगने के लिए शर्मिंदगी (43%) और आर्थिक तंगी (38%) दो सबसे सामान्य बाधाएं थीं। 5 और चीजों के बारे में पढ़ें, जो आपके आकार के बारे में अधिक परवाह करती हैं।

49% prefer sexologists


सेक्सोलॉजिस्ट जैसे विशेषज्ञ चिकित्सा डॉक्टर मदद का सबसे पसंदीदा स्रोत (49%) हैं, इसके बाद ऑनलाइन मदद (43%) है। उनमें से लगभग 10% ने लिंग इज़ाफ़ा उत्पादों को ऑनलाइन खरीदने या लेने का दावा किया। और अधिक पढ़ें क्या आपको एक सेक्स चिकित्सक को देखने की आवश्यकता है? Doc Talk डॉ। विजयसारथी रामनाथन जिन्होंने सर्वेक्षण के प्रश्नावली को डिजाइन किया हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ पैनल ने कहा, इनमें से कई निष्कर्ष भारत में उत्पन्न होने वाले अपने तरह के पहले हैं। इस खोजपूर्ण पायलट सर्वेक्षण ने लिंग के आकार के बारे में कुछ मूल्यवान तारीख प्रदान की है और हमें यह भी बताया है कि भारतीय पुरुष अपने लिंग के आकार के बारे में क्या सोचते और महसूस करते हैं। यह हमें लिंग के आकार के विशिष्ट यौन चिंताओं के लिए उनके दृष्टिकोण के बारे में भी बताता है। यहां 11 गर्भनिरोधक तरीके दिए गए हैं जो असुरक्षित यौन संबंध के बाद अनचाहे गर्भ को रोकने में आपकी मदद कर सकते हैं। हालाँकि, डॉ। रामनाथन का कहना है कि हमें सर्वेक्षण परिणामों को एक चुटकी नमक के साथ लेना चाहिए, size लिंग के आकार का माप स्व-रिपोर्ट किया गया था और सामाजिक रूप से स्वीकार्य मूल्यों की रिपोर्ट करने के लिए सामाजिक वांछनीयता द्वारा संचालित मापन या रिपोर्टिंग में त्रुटियों की उच्च संभावना है। इस अध्ययन के माप पहलू को एक समुदाय के नमूने का उपयोग करके मानकीकृत माप तकनीकों के माध्यम से और अधिक योग्यता की आवश्यकता है, जो अपने आप में एक बड़ी चुनौती है।



नोट: सर्वेक्षण के परिणाम डॉ। विजयसारथी रामनाथन और  Yuwavasna.blogspot.com की बौद्धिक संपदा हैं और बिना पूर्व अनुमति के पुन: प्रस्तुत किए जा सकते हैं।


Size v/s Stamina? - Girls Reaction | 

सेक्स प्रॉब्लम्स- क्या वर्जिनिटी को दोबारा पाया जा सकता है? (Sex Problems: Can Your Regain Your Virginity After Having Sex?)

 

सेक्स प्रॉब्लम्स- क्या वर्जिनिटी को दोबारा पाया जा सकता है? (Sex Problems: Can Your Regain Your Virginity After Having Sex?)

By Yuwavasna Sex Problems Q&A , Sex Life
Regain Your Virginity After Having Sex मैं 27 साल की वर्किंग वुमन हूं. अभी तक मेरी शादी नहीं हुई है, पर मैं वर्जिन (Virgin) नहीं हूं. मैं कई बार सेक्सुअल रिलेशन (Sexual Relations) का अनुभव ले चुकी हूं. लेकिन मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या वर्जिनिटी (Virginity) को दोबारा पाया जा सकता है? यदि हां, तो कैसे? समाधान करें.

- नसरीन मलिक, हैदराबाद.

ऑपरेशन द्वारा हाइमन सर्जरी से वर्जिनिटी को दोबारा प्राप्त किया जा सकता है. इसमें ऑपरेशन द्वारा आर्टिफिशियल हाइमन वेजाइना (योनि) में स्थापित की जाती है. ऐसी कई सर्जरी हुई हैं. लेकिन इस तरह की सर्जरी की सुविधा देश के कुछेक शहरों के हॉस्पिटल में ही उपलब्ध है. वैसे इस तरह की सर्जरी सफल भी हुई हैं. लेकिन आपने यह नहीं बताया कि आप वर्जिनिटी को दोबारा क्यों पाना चाहती हैं. यदि आपको सर्जरी करानी ही है, तो इसके बारे में पूरी जानकारी के लिए किसी अच्छे सेक्सोलॉजिस्ट से मिलें और उनसे सलाह-मशवरा करके ही उचित निर्णय लें. 
मैं 35 साल का हूं. हाल ही में मेरी शादी हुई है. मुझे बच्चों से काफ़ी लगाव है. सेक्स से संबंधित बातों के बारे में मुझे कम ही जानकारी है. उस पर संकोची स्वभाव होने के कारण किसी से पूछ भी नहीं पाता हूं. मुझे आपसे यह जानना है कि शीघ्रपतन (प्रीमैच्योर इजैक्युलैशन) के कारण पिता बनने में द़िक्क़त तो नहीं आती है.

- अजय वर्मा, जयपुर.  

सेक्सुअल रिलेशन के समय यदि पार्टनर का सीमन (वीर्य) उसकी अपेक्षा से जल्दी निकल जाता है, तो इसे शीघ्रपतन कहते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उस वीर्य में शुक्राणुओं की वही मात्रा रहती है, जो देर से निकलनेवाली वीर्य में होती है. इसलिए शीघ्रपतन की समस्या के कारण पिता बनने में कोई परेशानी नहीं आती यानी यह बाधक नहीं होती हैं. अत: आप चिंतित न हों और अपनी सेक्स लाइफ एंजॉय करें. हां, यदि आपकी पत्नी को कोई परेशानी हो यानी उन्हें सेक्सुअल रिलेशन में संतुष्टि नहीं मिल पा रही हो, तो किसी डॉक्टर या फिर सेक्सोलॉजिस्ट से सलाह-मशवरा करके उचित उपचार ज़रूर करवाएं. dr.rajiv anand डॉराजीव आनंद
सेक्स- क्या करें जब पति कहे 'ना'? (What To Do If Your Husband Is Uninterested In Sex?)

 

सेक्स- क्या करें जब पति कहे 'ना'? (What To Do If Your Husband Is Uninterested In Sex?)

By Yuwavasna in Sex Life , Sex & Romance
सेक्सुअल रिलेशन (Sexual Relations) के प्रति उदासीनता, इससे बचना या कटे-कटे रहना... यदि इस तरह का व्यवहार आपके पति करें, तो सचेत हो जाएं. उनकी 'ना' के पीछे छिपे कारणों को जानने और उन्हें दूर करने की कोशिश करें, ताकि आपकी सेक्स लाइफ़ में ठहराव न आने पाए. Uninterested In Sex
 पुरुष प्रधान समाज में पुरुष की ख़ुद को  महिलाओं से बेहतर, सक्षम, मज़बूत या सुपीरियर बनाए रखने की प्रवृत्ति रही है. ये बातें कमोबेश हर जगह देखने को मिलती हैं, फिर चाहे वो सेक्स ही क्यों न हो. सेक्स एक अंतरंग विषय होने के बावजूद इसमें पुरुष ख़ुद को श्रेष्ठ बनाए रखने या दिखाने की पूरी कोशिश करता है. जहां सेक्स की पहल ज़्यादातर पुरुषों की तरफ़ से ही होती थी, वहीं अब महिलाएं भी पहल करने से नहीं चूकतीं. लेकिन ऐसे बहुत कम मौ़के होते हैं, जब पत्नी के आग्रह पर पुरुष सेक्स से इंकार कर दे. ऐसा क्यों होता है? इसके क्या कारण हो सकते हैं? आइए, जानने की कोशिश करते हैं.

शारीरिक व मानसिक थकान
सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. दीपक के. जुमानी के अनुसार, “आमतौर पर भारतीय पद्धति में पति सेक्स के लिए इंकार नहीं करते. पत्नी को तो इंकार करने का अधिकार भी है पीरियड्स वगैरह के दिनों में. लेकिन कई बार पारिवारिक व सामाजिक ज़िम्मेदारियों का प्रेशर पति को सेक्स के लिए ‘ना’ कहने को मजबूर करता है. हो सकता है उनके इंकार के पीछे शारीरिक व मानसिक थकावट हो, जिसकी वजह से उन्हें सेक्स की इच्छा नहीं होती या फिर इसके बारे में सोचने तक का समय नहीं मिलता.

पत्नी में सेक्सुअल फैंटेसी का अभाव
एक सर्वे के अनुसार, भारतीय पुरुष जो सपने देखते हैं, उनमें सेक्स संबंधित ऑब्जेक्ट की भरमार होती है. इस तरह से धीरे-धीरे उनमें एक सेक्सुअल फैंटेसी विकसित हो जाती है. महिलाएं शर्म-संकोच के कारण अपनी सेक्स संबंधी इच्छाओं को नहीं बतातीं, न ही सेक्स क्रिया में ़ज़्यादा खुल पाती हैं. यानी पत्नी से पति की सेक्सुअल फैंटेसी न पूरी हो, तो धीरे-धीरे पति का सेक्स में इंटरेस्ट कम होता जाता है.

कम्यूनिकेशन गैप
अक्सर पति-पत्नी के बीच अहम् के कारण या अन्य वजहों से आपसी संवाद की कमी जैसी समस्या आ ही जाती है. उस पर पति का पत्नी को उपभोग की वस्तु मानना स्थिति को और भी जटिल बना देता है. महिलाएं प्यार व भावनाओं को अधिक महत्व देती हैं, जबकि पुरुष शारीरिक आकर्षण को. ऐसे में टकराव और कम्यूनिकेशन गैप ब़ढ़ना स्वाभाविक है, जिससे पति सेक्स के प्रति उदासीन होने लगते हैं.

आदत और बीमारियां
डॉ. हितेश कहते हैं कि सोसायटी में स्ट्रेस लेवल बढ़ रहा है. अल्कोहल, धूम्रपान, अधिक दवाइयां लेने की आदत आम हो रही है. साथ ही ऐसी कई बीमारियां भी होती हैं, जिनसे शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इससे नई-नई शारीरिक समस्याएं उभरती हैं और पति-पत्नी की सेक्सुअल लाइफ़ भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहती. धीरे-धीरे रिश्तों में ठहराव व नीरसता की स्थिति पैदा होने लगती है.

विवाहेतर संबंध
उम्र बढ़ने के साथ पति की शारीरिक क्षमता कम हो जाती है और इस कमज़ोरी को वह स्वीकार नहीं करता. ऐसे में अगर कोई दूसरी स्त्री उसकी ओर आकर्षित होती है, तो उसे एक मानसिक संतुष्टि मिलती है कि वह अब भी सक्षम है. धीरे-धीरे यह आकर्षण भावनात्मक लगाव में बदलने लगता है और पति अपनी पत्नी से दूर भागने लगता है. सेक्सोलॉजिस्ट्स के अनुसार, बचपन में जिन बच्चों का सेक्सुअल एब्यूज़ यानी यौन शोषण होता है, वे शादी के बाद शारीरिक संबंधों से दूर भागने लगते हैं. यह भी पढ़ेनीरस सेक्स लाइफ में लाएं गरमाहट (Heat Up Your Boring Sex Life) Sex Problems
क्या करें?
जहां चाह है, वहां राह निकल ही आती है. यदि पति सेक्स से दूर भागे, तो यह समस्या शारीरिक से ज़्यादा मनोवैज्ञानिक है और मौजूदा हालात ही इनके लिए ज़्यादा ज़िम्मेदार हैं. पर एक समझदार पत्नी इन हालात को बख़ूबी हैंडल कर सकती है. -  शायद आप अपने पति की इच्छा व पसंद का ध्यान नहीं रखतीं. इस पर गौर करें, जैसे- वे आपको किस पहनावे में देखना पसंद करते हैं, आपकी कौन-सी अदा के वे दीवाने हैं आदि. -  सेक्सुअल रिलेशन में अधिक शर्म-संकोच को न आने दें. पति को जो बातें, क्रियाएं अच्छी लगें, वो ज़रूर करें. प्राइवेट कंपनी में कार्यरत सॉ़फ़्टवेयर इंजीनियर की पत्नी का कहना है, “मैं अपने पारिवारिक संस्कारों की वजह से पति के सामने ज़्यादा खुल नहीं पाती थी. धीरे-धीरे मुझे पता चला कि मेरे पति सेक्स से दूर भाग रहे हैं, तब सेक्सोलॉजिस्ट से सलाह-मशवरा करके मैंने ख़ुद को बदला. अब मेरे पति बेहद ख़ुश रहते हैं और हम दोनों अपनी सेक्सुअल लाइफ़ पूरी तरह एंजॉय करते हैं.”- -  पति-पत्नी दोनों ही आपसी बातचीत के लिए थोड़ा समय ज़रूर निकालें. एक-दूसरे की भावनाओं को समझें. पारिवारिक ज़िम्मेदारियों का निर्वाह मिल-बांटकर करें, ताकि दोनों अपने शौक़ व अपनी इच्छाओं को एक-दूसरे के साथ शेयर कर सकें. डॉ. हितेश के अनुसार, “पति का सेक्स से इंकार अधिकतर मामलों में कम्यूनिकेशन गैप से ही पैदा होता है. इस गैप को कम करना दोनों की ज़िम्मेदारी है." - पति-पत्नी के रिश्ते में डर व शक को न आने दें. एक-दूसरे पर विश्‍वास प्यार बढ़ाता है और दोनों को सेक्सुअल रिलेशन के लिए भी उत्साहित करता है. इन सभी बातों का ख़याल रखेंगी तो पति की ‘ना’ को ‘हां’ में बदलते देर नहीं लगेगी. हैप्पी सेक्सुअल लाइफ़!

- लक्ष्मी यादव

4 Kinds Of Female Orgasm Every Woman Should Have | महिलाओं को होते हैं 4 तरह के ऑर्गैज़्म (चरमसुख)

 

महिलाओं को होते हैं 4 तरह के ऑर्गैज़्म चरमसुख(4 Kinds Of Female Orgasm Every Woman Should Have)

By Aneeta Singh in Sex Life , Sex & Romance
शादीशुदा ज़िंदगी में सेक्स टॉनिक की तरह काम करता है, पर आज भी बहुत-सी महिलाएं सेक्स को अपने पार्टनर के प्रति दायित्व मात्र समझकर उनकी ख़ुशी के लिए करती हैं, जबकि सेक्स या संभोग का अर्थ होता है, दोनों का समान रूप से भोग करना. इससे आपको स्पष्ट हो गया होगा कि सम्भोग में आपकी ख़ुशी कितनी मनाये रखती है. इसलिए अब से सेक्स को सिर्फ़ पत्नी का कर्तव्य समझकर न निभाएं, बल्कि इससे मिलनेवाले सुख से अपने दांपत्य जीवन को और ख़ुशहाल बनाएं. आपको शायद पता न हो कि महिलाओं को होनेवाला ऑर्गैज़्म दरअसल चार तरह का होता है. इसमें से आपको कौन-सा ऑर्गैज़्म होता है, आइए देखें. Kinds Of Female Orgasm

  1. क्लिटोरल ऑर्गैज़्म
महिलाओं के लिए यह बेस्ट ऑर्गैज़्म माना जाता है. महिलाओं की क्लिटोरिस काफ़ी सेंसिटिव होती है, क्योंकि शरीर की बहुत-सी मांसपेशियां इससे जुड़ी होती हैं. इसमें ज़रा-सी भी उत्तेजना महिलाओं को असीम सुख की प्रप्ति कराती है. उंगलियों से या फिर जीभ से अगर इसे थोड़ी देर रगड़ें, तो महिलाओं को क्लिटोरल ऑर्गैज़्म का अनुभव होता है.

  1. जी-स्पॉट ऑर्गैज़्म
बहुत-से लोगों के लिए यह आज भी बहस का विषय है कि जी स्पॉट होता है या नहीं. इसका समर्थन करनेवालों के अनुसार, जिन्होंने इसका अनुभव किया है, वो इसके अस्तित्व को कभी नकार नहीं सकते. ऐसा माना जाता है कि क्लिटोरिस के नीचे के हिस्से में जी-स्पॉट होता है, जिसके स्टिमुलेट होने पर महिलाओं को ऑर्गैज़्म का अनुभव होता है. यह ऑर्गैज़्म क्लिटोरल ऑर्गैज़्म से ज़्यादा संतोषजनक और ख़ुशी प्रदान करनेवाला होता है. यह भी पढ़ें: सेक्स से पहले ग़लती से भी न खाएं ये 6 चीज़ें (6 Foods You Should Never Eat Before Sex) Female Orgasm

  1. ब्लेंडेड ऑर्गैज़्म
जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है, यह दो ऑर्गैज़्म का मिश्रण है यानी इसमें क्लिटोरियल ऑर्गैज़्म और जी-स्पॉट ऑर्गैज़्म दोनों का अनुभव एक साथ होता है. इसके लिए आपको वेजाइना के भीतरी और बाहरी दोनों हिस्सों को एक साथ स्टिमुलेट करना होता है. हालांकि यह इतना आसान नहीं, पर यक़ीनन इससे मिलनेवाला दोगुना आपको एक बार इसके लिए प्रयत्न करने के लिए ज़रूर प्रोत्साहित करेगा.

  1. मल्टीपल ऑर्गैज़्म
जी हां, प्रकृति ने महिलाओं को वरदान में मल्टीपल ऑर्गैज़्म का सुख दिया है, जो पुरुषों के पास नहीं. हालांकि इसका अनुभव बहुत कम महिलाएं कर पाती हैं, क्योंकि यह आपके पार्टनर की क्षमता पर निर्भर करता है. पहले ऑर्गैज़्म के बाद अगर आप दोनों दोबारा क्लाइमेक्स तक जाने की कोशिश करते हैं, तो इसकी संभावना बढ़ जाती है. अपनी पार्टनर की ख़ुशी के लिए पुरुषों को इसे ज़रूर ट्राई करना चाहिए. किसी ख़ास मौ़के पर भी आप अपनी पार्टनर को एक्स्ट्रा ख़ुशी देने के लिए ऐसा कर सकते हैं.  

- अनीता सिंह

वर्किंग वुमन के लिए बेस्ट सेक्स गाइड (Best Sex Guide For Working Women)

 

वर्किंग वुमन के लिए बेस्ट सेक्स गाइड (Best Sex Guide For Working Women)

By Aneeta Singh in Sex Life , Sex & Romance
ज़िंदगी का फलसफ़ा अभी सुलझा भी न था कि रिश्तों की कश्मकश ने उलझा दिया. चंद पलों की देरी हुई और एक मुहब्बत को उसने पलभर में अजनबी बना दिया... ऐसा आपके साथ न हो, आपकी मुहब्बत व रिश्ता न स़िर्फ बरक़रार, बल्कि ताउम्र तरोताज़ा भी रहे, इसके लिए हम लाए हैं यह सेक्स गाइड (Sex Guide), जो आपकी मदद करेगी अपने सबसे ख़ास रिश्ते को सहज और हमेशा ख़ुशगवार बनाए रखने में. Sex Guide For Women डबल इन्कम, नो किड्स’ के बाद अब ‘डबल इन्कम, नो सेक्स’ का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है. व़क़्त की कमी, आर्थिक ज़रूरत और शोहरत की ख़्वाहिश ने सबसे ज़्यादा असर आपसी रिश्तों पर डाला है. दहलीज़ लांघकर महिलाओं ने अपनी पहचान बनाने की दिशा में क़दम तो बढ़ा दिए, मगर बदले में उनके अपने रिश्ते ही दांव पर लग रहे हैं. चूंकि रिश्तों को सहेजने का ज़िम्मा भी समाज में महिलाओं को ही दिया गया है, ऐसे में उनकी भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाती है.

सेक्स की अहमियत
शादीशुदा जीवन में प्यार और विश्‍वास के साथ सेक्स की भी उतनी ही अहमियत होती है. शोधों से साबित हुआ है कि शादियां टूटने का एक बड़ा कारण होता है सेक्स लाइफ़ में प्रॉब्लम. ऐसे में सेक्स की अहमियत को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. महिलाओं के बाहर काम करने से सबसे ़ज़्यादा उनकी सेक्स लाइफ़ ही प्रभावित हो रही है. ऐसे में अपनी सेक्स लाइफ़ को हमेशा तरोताज़ा बनाए रखना बेहद ज़रूरी है, ताकि आपकी शादीशुदा ज़िंदगी पर कोई आंच न आए. इन चंद बातों को ध्यान में रखेंगे तो आपकी सेक्स लाइफ़ हमेशा आनंददायक बनी रहेगी.

डिप्रेशन को हावी न होने दें
लॉस एंजल्स के सिडार्स सिनाए मेडिकल सेंटर के एमडी एंडोक्रिनोलॉजिस्ट और मेडिसिन विभाग-अध्यक्ष ग्लेन डी. ब्राउन्स्टेन के अनुसार, महिलाओं की सेक्सड्राइव मल्टीडायमेंशनल होती है. सेक्स भले ही एक शारीरिक क्रिया है, लेकिन महिलाओं के लिए वो भावनात्मक पहलू से जुड़ी होती है. कोई भी मुद्दा उनकी सेक्स लाइफ़ को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. इसलिए यदि कामकाजी महिलाओं को ऑफ़िस से संबंधित कोई समस्या हो, तो उन्हें इसका असर अपनी निजी जीवन पर नहीं होने देना चाहिए. आप द़फ़्तर और वहां की समस्याओं को घर में न लेकर आएं. कोई स्ट्रेस हो भी, तो उसे अपने पति के साथ बांट लें.

फ़िटनेस बेहद ज़रूरी
भावनात्मक संतुलन के लिए फिज़िकल फ़िटनेस भी ज़रूरी है. न स़िर्फ करियर, बल्कि निजी जीवन में भी फ़िटनेस का अहम् रोल है. विशेषज्ञों की राय है कि यदि आप शारीरिक रूप से फ़िट नहीं हैं, तो सेक्स में आपकी रुचि कम होती जाती है. ख़ासतौर से महिलाएं सेक्स के व़क़्त भी अपने शरीर और लुक्स को लेकर काफ़ी कॉन्शियस रहती हैं. ऐेसे में ये ज़रूरी है कि काम के साथ-साथ आप अपनी फ़िटनेस बरक़रार रखें. जिम जाने का व़क़्त न हो, तो सुबह हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ या योगासन करें. इससे चुस्ती-फुर्ती बनी रहेगी और आप डिप्रेशन व स्ट्रेस से भी दूर रह सकेंगी. पॉज़िटिव एनर्जी आपकी सेक्स लाइफ़ को बेहतर बनाएगी.

क्या खाएं, क्या ना खाएं
खाने-पीने का सेक्स से क्या संबंध? अगर आप भी ऐसा सोचती हैं, तो ग़लत है. कहते हैं कि ‘जैसा हो अन्न, वैसा हो मन.’ कामकाजी महिलाओं को अपनी डायट प्लान करके रखनी चाहिए. कामकाजी महिलाओं का खान-पान अक्सर अनियमित हो जाता है या जब जो मिला, खा लिया वाली हालत रहती है. इसका सीधा असर उनकी हेल्थ पर पड़ता है, ख़ासतौर से पाचन क्रिया पर. ये छोटी-छोटी चीज़ें उनकी सेक्स लाइफ़ को प्रभावित करती हैं, क्योंकि हेल्दी डायट का संबंध शारीरिक ऊर्जा व ताक़त से है, जो सेक्स लाइफ़ में अहम् रोल अदा करती हैं. हमेशा हल्का, सुपाच्य भोजन लें. फ्रूट्स ़ज़्यादा खाएं, ख़ूब पानी पीएं.

पार्टनर से कम्युनिकेट करें
बिज़ी शेड्यूल में न आपके पास इतना व़क़्त होता है, न आपके पति के पास कि एक-दूसरे को पर्याप्त समय दे सकें. लेकिन फ़ोन के जरिए, प्यार भरे मैसेजेस के जरिए बीच-बीच में कॉन्टैक्ट करती रहें. इससे रिश्ते में ताज़गी बनी रहेगी, जो आप दोनों को और क़रीब लाएगी. साथ ही एक-दूसरे को कॉम्प्लिमेंट दें, तऱक़्क़ी होने पर बधाई दें, ग़िफ़्ट्स देने के लिए किसी ख़ास दिन का इंतज़ार न करें, बल्कि किसी भी दिन ग़िफ़्ट देकर उन्हें सरप्राइज़ दें.

हर वीकेंड हो हनीमून
पूरे ह़फ़्ते आप दोनों बिज़ी रहते हैं, लेकिन वीकेंड पर ऐसा कुछ स्पेशल करें कि ह़फ़्ते भर का स्ट्रेस भी दूर हो जाए और आप दोनों कुछ हसीन पल भी तन्हाई में गुज़ार सकें. रिसर्च में साबित हुआ है कि एक हनीमून की बजाय छोटे-छोटे कई हनीमून आपके रिलेशनशिप के लिए बेहतर हैं. वीकेंड में या तो आस-पास ही कहीं घूमने निकल जाएं, फ़िल्म और कैंडल लाइट डिनर का प्रोग्राम बना लें. या फिर द़फ़्तर से कुछ दिनों की छुट्टी लेकर आप दोनों बाहर जाने का प्रोग्राम भी बना सकती हैं.

पति का सहयोग ज़रूरी
आपके पार्टनर को भी ये एहसास होना चाहिए कि भावनात्मक स्तर पर महिलाओं को दिनभर की छोटी-छोटी बातें काफ़ी प्रभावित करती हैं, जिसका असर सेक्स लाइफ़ पर पड़ता है. ऐसे में पुरुषों को भी चाहिए कि यदि उनकी पत्नी कामकाजी है तो वो उसे सहयोग करें. पति का यह सपोर्ट आप दोनों के रिश्तों को और मज़बूती देगा.
Sex Guide For Women

कुछ टिप्स पुरुषों के लिए
पुरुष अपनी सोच के आधार पर प्यार में महिलाओं की चाहत का अंदाज़ा लगा लेते हैं, जो अक्सर ग़लत साबित होते हैं. ऐसे में ज़रूरी है कि पुरुष अपने इन भ्रमों को दूर कर लें- मुझे पता है कि वो क्या चाहती है? अधिकांश पुरुष इसी भ्रम में जीते हैं कि उन्हें अपनी पत्नी की ज़रूरतें पता हैं. बेहतर होगा कि ख़ुद समझने की बजाय आप बात करके जानें कि आपकी पत्नी की क्या अपेक्षाएं हैं. उसकी सभी ज़रूरतों को मैं पूरा कर सकता हूं. यानी आपके पास वो सब कुछ है, जो आपकी पत्नी को चाहिए. पर हो सकता है कि आपसे वो कुछ और चाहती हो, आपकी आदतों में कुछ बदलाव की उम्मीद करती हो. सेक्स से जुड़ी भावनाएं स्त्री-पुरुष दोनों के लिए समान हैं. हक़ीक़त यह है कि पुरुषों के लिए सेक्स एक शारीरिक क्रिया होती है, जबकि महिलाओं के लिए भावनात्मक. सेक्स के समय शांत रहना फ़ायदेमंद रहता है. सेक्स से पहले और सेक्स के दौरान बातें करें, तभी पता चल पाएगा कि आपकी पत्नी क्या महसूस करती है.

- उर्मिला

बेहतर सेक्स के लिए करें ये मुद्राएं (Mudras For Better Sex Life)

 

बेहतर सेक्स के लिए करें ये मुद्राएं (Mudras For Better Sex Life)

By Aneeta Singh in Sex Life , Sex & Romance
योग शास्त्र में ऐसी अनेक मुद्राएं और बंध हैं, जो सेक्सुअल पावर (Sexual Power) को बढ़ाते हैं. ये मुद्राएं व बंध स्वास्थ्यवर्द्धक होने के साथ-साथ शीघ्रपतन, मासिक स्राव व मेनोपॉज़ संबंधी समस्याओं को भी दूर करते हैं. Mudras For Better Sex Life स्वास्थ्य और यौनशक्ति को बढ़ाने वाले प्रमुख कारक हैं- प्राण, संचित ऊर्जा, स्वस्थ नर्वस सिस्टम, रक्तप्रवाही ग्रंथियों का ठीक प्रकार से काम करना आदि. शारीरिक स्तर पर हेल्दी सेक्सुअल रिलेशन इस बात पर निर्भर करता है कि हम कितने तनावरहित हैं और किसी भी प्रतिक्रिया के प्रति कितने खुले और जागरूक हैं. योगाभ्यास द्वारा इन सभी चीज़ों को बढ़ाया जा सकता है.

आसन व सेक्सुअल पावर
आमतौर पर जहां आसन हमारे शरीर में प्राणशक्ति और लचीलापन बढ़ाकर हमें यौनदृष्टि से स्वस्थ रखते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ विशेष मुद्राएं हैं, जो हमारी खोई हुई यौन उत्तेजना को पुनः प्राप्त करने में हमारी मदद करती हैं. ‘थंडर बोल्ट पोश्‍चर’ और ‘स्पाइन थंडर बोल्ट पोश्‍चर’ (जिसमें व्यक्ति अपनी मूल मुद्रा में एड़ियों के बल बैठने के बाद अपनी पीठ के बल चित्त लेट जाता है) उन्हीं में से हैं. शोल्डर स्टैंड, प्लग, नोबरा, बो, लोकस्ट और स्पाइनल ट्विस्ट- ये अनेक तरी़के हैं, जो सेक्स पावर को बढ़ाकर शरीर में यौन-ग्रंथियों और प्रजनन अंगों को दृढ़ता व उत्तेजना प्रदान करते हैं. पेल्विक व स्पाइन को भी गतिशीलता व लचीलापन प्रदान करने के साथ-साथ ये शीघ्रपतन, मासिक रक्तस्राव और मेनोपॉज़ में आनेवाली कठिनाइयों, प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ जाना, स्त्रियों में कामशीतलता व पुरुषों में नपुंसकता आदि विकारों को रोकने में भी सहायक होते हैं.

शक्तिवर्द्धक मुद्राएं
‘हठ योग’ में ऐसी निश्‍चित मुद्राएं व बंध हैं, जो हमारे यौनांगों व मांसपेशियों पर प्रत्यक्ष सकारात्मक प्रभाव डालते हैं. मुद्रा एक तरह से ‘सील’ या ‘तालाबंद’ (lock) करना है और बंध से तात्पर्य बांधने, रोकने से है. ये दोनों ही प्राण वायु को शरीर में रोके रखने की तकनीकें हैं और इनमें अंतर केवल सैद्धांतिक ही है. महामुद्रा (Great Seal)- इस मुद्रा में बायां पैर मोड़कर उसकी एड़ी से गुदाद्वार पर दबाव डाला जाता है. दायां पैर पूरी तरह फैला रहता है और आगे की तरफ़ झुक कर, ठोड़ी से दाएं पैर के पंजे को छूने का प्रयास किया जाता है. यही क्रिया फिर दाएं पैर को मोड़कर दोहराई जाती है. महाबंध (Great Binding)- पैरों की अलग स्थिति के कारण यह ‘महामुद्रा’ से भिन्न है. एक पैर की एड़ी को मोड़कर गुदाद्वार पर दबाव डाला जाता है, लेकिन दूसरा पैर फैले रहने के बजाय, मोड़कर उसका पंजा पैर की जंघा के मोड़ के पास रखा जाता है. महावेध (Great Piercing)- इस आसन में या तो ‘महाबंध’ या अन्य किसी भी ध्यान की मुद्रा में बैठा जा सकता है. गहरी सांस खींचकर, उसे रोककर, ‘जालंधर बंध’ (Chin Lock) लगाया जाता है. दाईं हथेली दाएं कूल्हे के पास और बाईं हथेली बाएं कूल्हे के पास ज़मीन पर रहती है. इस मुद्रा में हथेली व कूल्हे से रुक-रुक कर ज़मीन पर दबाव डालते हैं. यह भी पढ़ें: सुहागरात में काम आएंगे ये सुपर सेक्स टिप्स (Super Sex Tips For Your First Night) Mudras For Better Sex Life 
उड्डीय मुद्रा (Abdominal Retraction)- इस मुद्रा में सांस को पूरी तरह बाहर निकालकर, पेट को पूरी तरह अंदर सिकोड़ा जाता है. योग शास्त्र के आरोग्य- सिद्धांत के अनुसार इसे शरीर की स्वच्छता की क्रिया के साथ-साथ ‘श्‍वास-नियंत्रण’ की सीमा माना जाता है. मूलबंध- इस क्रिया में सिद्धासन में बैठकर एक पैर की एड़ी गुदाद्वार के सामने और दूसरी एड़ी प्यूबिस के सामने रखी जाती है. यदि सिद्धासन में बैठना कठिन हो, तो सुखासन में भी बैठकर इसे किया जा सकता है. नाभि के नीचे पेट के निचले हिस्से को अंदर सिकोड़ कर पीछे रीढ़ की हड्डी की तरफ़ खींचा जाता है. इस क्रिया में गुदा व नाभि को एक साथ सिकोड़ने का प्रयास करना चाहिए. जब तक संभव हो पेट को सिकोड़े रखें, फिर ढीला छोड़ें. 15 मिनट के बाद यही क्रिया फिर दोहराएं. 
अश्‍विनी मुद्रा- गुदा को सिकोड़कर मलद्वार में इस प्रकार तनाव (Tightness) उत्पन्न किया जाता है जैसा कि ‘मूल मुद्रा’ में किया जाता है. इस मुद्रा का नाम अश्‍व की मल निकास की प्रक्रिया के अनुरूप होने के कारण ‘अश्‍विनी मुद्रा’ रखा गया है. जालंधर बंध (Chin Lock)- यौगिक श्‍वास-नियंत्रण की यह एक उन्नत क्रिया है. सांस को अंदर रोककर, ठोड़ी को नीचे झुकाकर, गले की हड्डी (Collar Bone) के ऊपर टिका दिया जाता है. सांस रोकने की यह क्रिया अन्य दो मुद्राओं- उड्डीयन बंध और मूल बंध के साथ की जाती है. विपरीतकरणी बंध (Inverted Body Binding)- आसन होते हुए भी शास्त्रों में इसे मुद्रा के रूप में वर्णित किया गया है. थीओस बर्नार्ड ने इसे शीर्षासन के समरूप बताया है. जबकि अर्नेस्ट वूड इसे सर्वांगासन की तरह वर्णित करते हैं. प्रमुख तांत्रिक ग्रंथों में कहा गया है कि सिर ज़मीन पर टिका कर पैर आकाश की तरफ़ उठाओ- पहले दिन इस मुद्रा में कुछ ही क्षण रहो, फिर अगले दिन से धीरे-धीरे इसका समय बढ़ाओ. वज्रोली मुद्रा- यह यौन-नियंत्रण की एक कला है, हालांकि ‘घरोन्द संहिता’ में इसका एक आसन के रूप में उल्लेख किया गया है. इस संहिता के अनुसार सीधे लेटकर दोनों पैर हवा में उठाएं, सिर भी ज़मीन से ऊपर रहे. ऋषियों द्वारा यह आसन शक्ति को जागृत करनेवाला तथा दीर्घायु प्रदान करनेवाला बताया गया है. सहजोली और अमरोली मुद्रा- ये मुद्राएं वज्रोली मुद्रा के ही अन्य दो प्रकार हैं. वज्रोली मुद्रा को समाप्त करने के बाद स्त्री-पुरुष शांत बैठें व गाय के गोबर की भस्म अपने शरीर पर रगड़ें. यह सहजोली है और अमरोली का अर्थ है शीतल निर्झर के जल का पान करना.